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समानांतर लोकतंत्र की अवधारणा

VISION FOR ALL
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Rahul Kumar
April 7 at 6:30pm · Edited ·
यदि जनता को खुद सजा देना है तो किसी को चोरी,छीना-झपटी आदि में पकड़ने पर पीटने के बजाय भ्रष्टाचारी सरकारी गुंडा द्वारा जबरन वसूली करते पकड़ने पर उसे सार्वजनिक रुप से फांसी पर लटका दे।हमें कट ऑफ से ज्यादा अंक है,उसके बावजूद नामांकन के लिए रुपये दो।FIR की एक कॉपी निशुल्क देना है,उसके बावजूद कॉपी लेने के लिए रुपये दो।आधार कार्ड निशुल्क बनाना है,उसके बावजूद तीस रुपये दो।ऐसे हजारों उदाहरण हैं जिसे हम घूस देना कहते हैं,लेकिन ये घूस नहीं जबरन वसूली है।ऐसे सरकारी गुंडा को सार्वजनिक रुप से फांसी पर लटका दे। चोर जब छिपकर चोरी करता है तो वो भयभीत रहता है और प्रायः चोरी करना उसकी मजबूरी होती है लेकिन कुछेक बार पकड़ाने पर पिटवाकर मारा जाता है।एक सरकारी गुंडा खुले तौर पर वसूली करता है और हम देखते रहते हैं।उसे चोर,चोर कहते हैं,इसे सर,सर कहते हैं?
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Navjyot Kumar एकदम सही कहा आपने राहुल जी!
April 7 at 6:52pm · Unlike · 1

Rahul Kumar धन्यवाद। #नवज्योतजी
April 7 at 8:42pm · Like · 1

Gaurav Agarwal बिल्‍कुल सही कहा सर राहुल जी आपने मैने ताे पहले ही कहा था इस सिस्‍टम से हमारा विश्‍वास उठ चुका है यहां सब चोर हैं और इन चोरो की सजा सार्वजनकि मौत देनी चाहीए हम तो इसके लिये तैयार हैं
April 8 at 11:36am · Unlike · 1

Deepak Kumar Pandey कोई सिस्टम बनाइये जिससे लगाम लगाया जा सके हम आपके साथ है दीपक कुमार पाण्डेय मो नम्बर 9454273176
April 8 at 12:03pm · Unlike · 2

Rahul Kumar इसके लिए अब हमलोग को कार्ययोजना बनाना पड़ेगा।सार्वजनिक रुप से फांसी देना अंतिम उपाय होगा।इसके पहले कानून के समानांतर कुछ कदम उठाये जा सकते हैं।जैसे पुलिस,जांच एजेंसी आदि द्वारा अरेस्ट नहीं करने पर जनता द्वारा खुद अरेस्ट करना,फिर कानून द्वारा जेल नहीं भेजने पर अपना जेल बनाकर बंद करना,सही से जांच नहीं करने पर समानांतर जांच एजेंसी बनाकर जांच करना और कोर्ट द्वारा कार्यवाही नहीं करने पर समानांतर कोर्ट बनाकर कार्यवाही करना,फिर सार्वजनिक रुप से फांसी या सार्वजनिक जेल में रखने की सजा समानांतर कोर्ट द्वारा दिया जाना।समानांतर अपीलीय कोर्ट का भी प्रावधान होगा।
April 8 at 12:14pm · Like · 1

Rahul Kumar कल के स्टेटस में भ्रष्टाचारी को सार्वजनिक रुप से फांसी देने के बारे में लिखा।लेकिन ये अंतिम उपाय होगा।इसके पहले कानून के समानांतर कुछ कदम उठाये जा सकते हैं।उदाहरणतः पुलिस,जांच एजेंसी आदि द्वारा अरेस्ट नहीं करने पर जनता द्वारा खुद अरेस्ट करना,फिर पुलिस/मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर इनके द्वारा जेल नहीं भेजने या जेल भेजकर कोर्ट द्वारा अपर्याप्त आधार पर जमानत देकर छोड़ देने पर अपना जेल बनाकर बंद करना,सही से जांच नहीं करने या जांच में देरी करने पर समानांतर जांच एजेंसी बनाकर जांच करना और समानांतर जांच एजेंसी के जांच रिपोर्ट को अदालती कार्यवाही में शामिल करने के लिए समानांतर जांच एजेंसी द्वारा केस का एक पक्षकार बनना और कोर्ट द्वारा सही से फैसला नहीं करने या फैसला में देरी करने या गलत प्रक्रिया अपनाने पर समानांतर कोर्ट बनाकर समानांतर जांच एजेंसी के रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा प्रारंभ करना,फिर सार्वजनिक रुप से फांसी या जनता द्वारा निर्मित जेल में रखने की सजा समानांतर कोर्ट द्वारा दिया जाना।समानांतर अपीलीय कोर्ट का भी प्रावधान होगा।सरकार के समानांतर जनता द्वारा कानूनी प्रक्रिया अपनाने वाला तंत्र विकसित करना होगा।
April 8 at 12:47pm · Like

Mohd Naseem · 10 mutual friends
100 % true
April 8 at 3:41pm · Unlike · 1

Chandrabhan Gupta मौजूदा िस्थति मे यह बात बिलकुल सही है। सब कुछ लिखना कहना आसान है। पर करने पर बहूॅत ज्यादा परेशानी एवं दिक्कते होती है और आम व्यक्ति किसी न किसी बजह से मजबूर होकर शान्त हो जाता है। इसका फायदा तंत्र के रखवाले उठाते है। सही है। उन्हे हम सर सर कहते है जो हमारा सर काटते है। चोर को हम सब चोर कहते है। जो कभी कभी वास्तव मे मजबूर या लाचार होता है और कभी कभी जबरिया चोर बना भी दिया जाता है। बहुॅत बडी हिम्मत ताकत और समय चाहिये ऐसे सर सर को सरकलम करने के लिये। बस जब इन्तिहा हो जाती है तब क्ान्ति ही होती है वह भी कभी कभी असफल हो जाती है और या कुछ समय सफल होने के बाद पहले की स्थिति आ जाती है। यह दौर निरन्तर चलता रहता है।
Yesterday at 9:04am · Unlike · 1

Rahul Kumar #चन्द्रभानगुप्ताजी- आपका दार्शनिक सोच अच्छा लगा।सहमत हूँ।
Yesterday at 2:11pm · Edited · Like

Rahul Kumar
April 8 at 12:52pm ·
कल के स्टेटस में भ्रष्टाचारी को सार्वजनिक रुप से फांसी देने के बारे में लिखा।लेकिन ये अंतिम उपाय होगा।इसके पहले कानून के समानांतर कुछ कदम उठाये जा सकते हैं।उदाहरणतः पुलिस,जांच एजेंसी आदि द्वारा अरेस्ट नहीं करने पर जनता द्वारा खुद अरेस्ट करना,फिर पुलिस/मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर इनके द्वारा जेल नहीं भेजने या जेल भेजकर कोर्ट द्वारा अपर्याप्त आधार पर जमानत देकर छोड़ देने पर अपना जेल बनाकर बंद करना,सही से जांच नहीं करने या जांच में देरी करने पर समानांतर जांच एजेंसी बनाकर जांच करना और समानांतर जांच एजेंसी के जांच रिपोर्ट को अदालती कार्यवाही में शामिल करने के लिए समानांतर जांच एजेंसी द्वारा केस का एक पक्षकार बनना और कोर्ट द्वारा सही से फैसला नहीं करने या फैसला में देरी करने या गलत प्रक्रिया अपनाने पर समानांतर कोर्ट बनाकर समानांतर जांच एजेंसी के रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा प्रारंभ करना,फिर सार्वजनिक रुप से फांसी या जनता द्वारा निर्मित जेल में रखने की सजा समानांतर कोर्ट द्वारा दिया जाना।समानांतर अपीलीय कोर्ट का भी प्रावधान होगा।सरकार के समानांतर जनता द्वारा कानूनी प्रक्रिया अपनाने वाला तंत्र विकसित करना होगा।
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Mayank Agarwal Rahul.Kumar ji please send your comments and suggestions to ddc.delhi@gov.in
April 8 at 1:09pm · Unlike · 1

Mayank Agarwal Delhi Dialogue Commission a citizen engagement platform headed by Arvind Kejriwal
April 8 at 1:09pm · Unlike · 1

DrBhanu Pandey Unique thought.
April 8 at 1:27pm · Unlike · 1

Ankit Kumar Bhai, apko kanun ka mtlb samajhna. Agar hm parallel law ki bt kare, to jitni muh utni bate hongi. Bcoz janta me wo v samil hn jo galat kam karte hn. Almost hr koi kisi na kisi galat kam me involve hota h. Aise me parallel law ka missue hoga.
Apko samajhna chahiye, hmare kanun bnane wale itne bewkuf n honge. Jarur unke pass aapse-hmse jada gyan, anubhaw, samajh etc hoga.
April 8 at 1:29pm · Unlike · 3

Rahul Kumar #अंकितजी-भ्रष्टाचार के मामला के खिलाफ समानांतर न्यायिक तंत्र का दुरुपयोग की संभावना नगण्य है।भ्रष्टाचार के अतिरिक्त किसी दूसरे मामले को शामिल कर ले तो ज्यादा दुरुपयोग ही होगा।लोग बलात्कार,रंगदारी आदि का झूठा आरोप में फंसाकर खुद सजा देने लगेंगे।आपने घोटाला के झूठे आरोप में फंसाए गए कितने लोग के बारे में सुना है?मैं बलात्कार के झूठे आरोप में फंसाए गए कुछ लोगों के मानवाधिकार की रक्षा के लिए कार्य करता हूँ लेकिन आज तक किसी आम आदमी द्वारा किसी को भ्रष्टाचार के झूठे आरोप में फंसाए जाने के बारे में नहीं सुना।सबसे बड़ी समस्या यही है कि जनता भी स्वयं भ्रष्ट है।समानांतर कार्यवाही प्रारंभ कर भ्रष्ट लोकसेवक से रुपये लेकर क्लीन चिट दे दे।यही डर है।बाद बाकी झूठे आरोप में फंसाने का डर नहीं।कानून बनाने वाले के पास जानकारी जितनी रही हो,लेकिन इरादा लूटने वाली रहती है।इसलिए कानून में कई खामियाँ रहती है।जनता भ्रष्ट लोकसेवक को रुपये लेकर क्लीन चिट ना दे दे,इसके लिए भी समानांतर कार्यवाही हेतु एक व्यापक कानून बनाना पड़ेगा जिसमें दुरुपयोग करने देने के लिए खामियाँ ना हो।समानांतर कार्यवाही भी एक संविधान के तहत चलेगा।
April 8 at 5:32pm · Like · 2

Ankit Kumar Bhai to kya garanti h ki ki Jo naya kanun bnega usme loot k liye jagah n hogi, kyoki apke hisab se kanun ka irada lootne ka hota h. Aakhirkaar parallel law v to ek law hi h.
April 9 at 10:22am · Unlike · 1

Rahul Kumar #अंकितजी-समानांतर कानून लोगों के साथ मिलकर राय लेकर,जनमत संग्रह करके प्रावधानों पर लोगों का वोट लेकर बनाया जाएगा।सरकारी कानून की तरह चंद लोग बनाने में शामिल नहीं होंगे।लोगों की कोई गारंटी नहीं है लेकिन लोगों द्वारा नियुक्त समानांतर जांच एजेंसी और समानांतर कोर्ट रुपये लेकर क्लीन चिट ना दे दे,इसके लिए भी समानांतर जांच एजेंसी और समानांतर कोर्ट के विरुध्द कार्रवाई करने का लोगों के पास शक्ति होगी।बगैर मुकदमा चलाए समानांतर जांच एजेंसी और समानांतर कोर्ट के लिए नियुक्त सेवक को सार्वजनिक रुप से फांसी देने का शक्ति लोगों के पास होगा।
April 9 at 11:49am · Like · 2

Rahul Kumar #अंकितजी-समानांतर जांच एजेंसी या समानांतर कोर्ट के लिए चयनित किए गए सेवक सिर्फ किसी खास मामला के लिए चयनित होगा।वह दोबारा किसी दूसरे मामला के लिए चयनित नहीं हो सकेगा।इनका चयन मामला से संबंधित क्षेत्र या समूह के लोगों के वोट द्वारा होगा।यदि समानांतर जांच एजेंसी और समानांतर कोर्ट के लोग भी अभी के प्रणाली के तरह लगातार बने रह जाए तो स्वतः भ्रष्ट हो जाएंगे।समानांतर जांच एजेंसी सरकारी कोर्ट का पक्षकार बनने से पहले सरकारी एजेंसी द्वारा जारी जांच में अपना पक्ष रखकर अपने जांच को शामिल करने का भी दवाब बनाएगी।उसके बाद ही समानांतर जांच एजेंसी कोर्ट में पक्षकार बनेगी लेकिन सरकारी एजेंसी द्वारा समानांतर एजेंसी के जांच को बगैर पर्याप्त आधार पर अनसुना किए जाने या सरकारी एजेंसी द्वारा जांच में विलंब करने पर समानांतर जांच एजेंसी सरकारी कोर्ट में पक्षकार बनने का प्रतीक्षा किए बगैर समानांतर कोर्ट में रिपोर्ट जमा करेगी जिसके आधार पर समानांतर कोर्ट में मुकदमा चलेगी।
April 15 at 8:58pm · Edited · Like · 2

Rahul Kumar Pls read status and comments mentioned above. Fatah RealstarBraj Bhushan Dubey Jagannath Jaggu Raja Choudhary Anant Kumar Bam Shankar Jha Sandeep Kumar Choudhary
April 15 at 8:50pm · Like · 1

Rahul Kumar Pls read status and comments mentioned above. Ankit Dev Arpan
April 15 at 10:20pm · Like · 1

Rahul Kumar Pls read status and comments mentioned above. Gopal Raushan
April 15 at 10:26pm · Like

Ankit Dev Arpan mere thinking ke anusar rahul je sahi kah rhe hain aur agar aisa hota hai aise law bante hain to nagriko ko apne adhikar ko use karne ka chance milega aur kuchh had tak crime bhi control hoga aise log jo paise aur power se sab kuchh hasil karte hain unke liye yah musibat paida karega.
Ankit jee apko bhi iske bare me sochna chahiye aur is par vichar karke apni pratikriya deni chahiye
April 17 at 2:08pm · Unlike · 1

Rahul Kumar #AnkitDevArpan-Thanks for supporting my thought.You are too intellectual to appreciate.
April 17 at 8:31pm · Like

Rahul Kumar #गौरवजी-कृपया आप उपरोक्त स्टेटस व सभी टिप्पणीओं को पढ़े।ये आपके द्वारा मुझसे फेसबुक मैसेज बॉक्स में पूछे गए सवाल का जवाब है कि आम आदमी कैसे सशक्त महसूस करे। Gaurav Agarwal
April 17 at 8:39pm · Like · 1

Vishwa Manav Jagran Manch जब तक अर्थ का बंटबारा सही नहीं होगा तब तक भ्र्ष्टाचार खत्म नही होगा।
April 18 at 8:40am · Unlike · 1

Rahul Kumar #VMJM-सवाल ये है कि अर्थ का बंटवारा समान रुप से होगा कैसे?समानांतर कार्यवाही इसमें मदद करेगी।
April 18 at 9:10am · Like

Vishwa Manav Jagran Manch अगर मेरे मेहनत से एक रुपया उत्प्न होता है तो उसमे से चालीस पैसा हमको दो साठ पैसा ब्यबस्था और पूंजी के लिये रख लो।अधिक जानकारी के लियेvmjm.org का पेज पढ़े।

Vishwa Manav Jagaran Manch
Vishwa Manav jagaran Manch is a Non Profit Organization how shows the path to humanity by dealing with five…
VMJM.ORG
April 18 at 9:16am · Unlike · 2 · Remove Preview

Rahul Kumar कृपया उपरोक्त स्टेटस व उसपर की गई टिप्पणी को पढ़े।यह आपके द्वारा फेसबुक मैसेजबॉक्स में पूछे गए सवाल का जवाब हैं जिसमें आपने मेरी अगली योजना के बारे में पूछा है।Gopal Raushan
April 18 at 7:01pm · Like

Rahul Kumar आप इस स्टेटस और उपरोक्त टिप्पणियों को पढ़े।आपका सवाल जांच कौन करेगा,उसका जवाब ये है। Rahul Gupta

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